02. जो सोचा सब वैसा ही होने लगे तो जिंदगी और खवाब में फर्क क्या रह जाएगा।
03. पिता से बढ़कर कोई सलाहकार नहीं,
मां की छवि से कोई बड़ी दुनिया नहीं ,
भाई से बढ़कर कोई भागीदार नहीं
और बहन से बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं।
04. स्वयं का शिक्षक बनकर स्वयं को शिक्षा देना ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है।
05. जो लोग खुद से बात करते हैं, वे Nature से बहुत स्मार्ट होते हैं।