जुबान सब की मीठी हो जाती है।
भरोसा करो मगर किसी के भरोसे मत बैठो।
जीतने का जज्बा रखो हारने का डर नहीं।
बेशक अकेला हूं जनाब मगर धोखेबाज नहीं।
समय कितना भी खराब हो मैं उधार में एहसान नहीं लेता ।
paisa insan ne banaya lekin aaj insan paison Ka gulam hai
पैसा इंसान ने बनाया लेकिन आज इंसान पैसों का गुलाम है।
मंजिल मौत है जनाब
सफर के मजे लेना सीखो।
दिल तो आशिकों के पास होता है
हमारे पास तो जिगरा होता है।
हम तो बादशाह हैं जिगरा रखते हैं
यहां सब दिखता है
बस कीमत पता होनी चाहिए।
पैसा
खेल खामोशी का है
खतरनाक तो होगा ही।
हमारी लड़ाई तूफानों से है
लहरें बेवजह ही शोर मचा रही है।
मैं कभी भूलूंगा नहीं
लोगों ने वक्त देखकर अकेला छोड़ा है।
Nakam se rah jaate Hain hamen na Kam Karne Wale
नाकाम से रह जाते हैं
हमें नाकाम करने वाले।
सब खरीदा जा सकता है
बस जेब भारी होनी चाहिए।
मैं किसी को समझ में आ जाऊं
इतना अभी समझ किसी में नहीं।
मैंने अपनी मौत की अफवाहें उड़ाई थी
दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था।
दोस्ती और रिश्तेदारी में उतने ही पैसे
उधार दो जितने भूल जाने की ताकत हो।